विराट कोहली: प्लेयर एक, बातें अनेक। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी शुरू होने से पहले विराट कोहली की फॉर्म चर्चा का कारण बनी हुई है। बीते कुछ दिनों से विराट के बल्ले की चमक कम होती दिख रही है, और उनके Performance को लेकर तमाम बातें हो रही हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व और मौजूदा क्रिकेटर्स लगातार Virat Kohli के खेल और उनके फॉर्म पर चर्चा कर रहे हैं। ग्लेन मैक्ग्रा ने पहले टेस्ट से पहले विराट कोहली के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया को कुछ खास टिप्स दिए हैं, वहीं जस्टिन लैंगर ने दुनिया को यह बात साफ है कि चैंपियंस को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए।
विराट कोहली पर Pressure और चैंपियन की वापसी की उम्मीदें
मीडिया से बात करते हुए मैग्रा ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया वाले भावुक और आउट ऑफ फॉर्म Virat Kohli के खिलाफ अटैकिंग माइंड गेम का प्रयोग करें। रालसन से बात करते हुए मैग्रा बोले, ‘अगर वह विराट पर सख्ती से हमला करते हैं, अगर उन्हें भावनाओं में फंसा लेते हैं, थोड़ी बातचीत करते हैं, तो क्या पता कि वह थोड़े सॉफ्ट हो जाएं। लेकिन मुझे लगता कि वह थोड़े से प्रेशर में हैं और अगर शुरुआत में उनके कुछ लो स्कोर्स आते हैं, तो उन पर प्रेशर बढ़ेगा।
मैं सोचता हूं कि वह बहुत इमोशनल प्लेयर हैं। जब वह Confidence से लेस होते हैं तो अलग बात होती है, लेकिन जब वह थोड़े से डाउन होते हैं, तो स्ट्रगल करते हैं। आप न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में हुई सीरीज देखिए, जहां तीन टेस्ट में कुछ 90 रन ही बना पाए। उनका टॉप स्कोर 70 रन था। यह सीरीज उनके लिए बहुत खराब गई। वह पहले से थोड़े प्रेशर में होंगे। उन्हें यह महसूस भी हो रहा है।’
हालांकि, ऑस्ट्रेलियन टीम के कोच रह चुके जस्टिन लैंगर इस मामले में अलग सोचते हैं। वेस्ट ऑस्ट्रेलियन से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘एक बात स्पष्ट है कि आप चैंपियंस को कभी नकार नहीं सकते और यह हर खेल पर लागू होता है, क्योंकि वह किसी कारण से चैंपियन बनते हैं।
भारत में अरबों क्रिकेट प्रेमी हैं और फिर बची हुई दुनिया के फैंस को भी गिन लीजिए। उन सबको Champions चाहिए। जाहिर है कि टीम बहुत ज्यादा प्रेशर में होगी और वह इस प्रेशर से कैसे लड़ेंगे, यह महत्त्वपूर्ण होगा। कुछ लोग उन्हें चुका हुआ बता रहे हैं, क्योंकि उनकी उम्र बहुत ज्यादा है, लेकिन लोग यह बातें हर बार करते हैं। मैं तो उनके यहां खेलने का इंतजार कर रहा हूं।
विराट कोहली: प्रेशर और फॉर्म
आप न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में हुई सीरीज देखिए, जहां तीन टेस्ट में कुछ 90 रन ही बना पाए। उनका टॉप स्कोर 70 रन था। यह सीरीज उनके लिए बहुत खराब गई। वह पहले से थोड़े प्रेशर में होंगे, उन्हें यह महसूस भी हो रहा है। हालांकि ऑस्ट्रेलियन टीम के कोच रह चुके जस्टिन लैंगर इस मामले में अलग सोचते हैं। वेस्ट ऑस्ट्रेलियन से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘एक बात स्पष्ट है कि आप चैंपियंस को कभी भी हल्के में नहीं ले सकते और यह हर खेल पर लागू होता है क्योंकि वह किसी कारण से चैंपियन बनते हैं।
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