जसप्रीत बुमराह ने बदल दिया वर्षों पुराना इतिहास, भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट में हुआ ऐसा ऐतिहासिक पल जिसे कभी नहीं भूल पाएंगे

पर्थ के Optus Stadium में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024 का पहला टेस्ट ऐतिहासिक रहा। पहली बार दोनों टीमों के कप्तानों की प्रोफाइल में पेस बॉलर लिखा गया। जसप्रीत बुमराह और पैट कमिंस ने टॉस के लिए मैदान में उतरते ही टेस्ट क्रिकेट का इतिहास बदल दिया। रोहित शर्मा, जो भारत के रेगुलर कप्तान हैं, अपनी व्यक्तिगत कारणों से इस टेस्ट में नहीं खेल रहे।

भारत की पहली पारी: तेज गेंदबाजों का कहर

टॉस जीतने के बाद भारतीय टीम ने बल्लेबाजी चुनी, लेकिन स्टार्क और हेजलवुड की तेज गेंदबाजी के आगे टॉप ऑर्डर टिक नहीं पाया। यशस्वी जायसवाल और देवदत्त पडिक्कल बिना खाता खोले आउट हुए, जबकि विराट कोहली महज 5 रन ही बना सके। ऋषभ पंत (37 रन) और डेब्यू कर रहे नितीश कुमार रेड्डी (41 रन) ने थोड़ी लड़ाई दिखाई, लेकिन पूरी टीम 150 रन पर ढेर हो गई।

ऑस्ट्रेलिया की पारी: बुमराह का जलवा

जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत ही बिगाड़ दी। 31 रन तक ही ऑस्ट्रेलिया के चार अहम बल्लेबाज— डेविड वॉर्नर, उस्मान ख्वाजा, स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड— पवेलियन लौट गए। स्मिथ का तो खाता भी नहीं खुला। बुमराह की घातक गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम को हिला कर रख दिया।

जसप्रीत बुमराह ने बदल दिया वर्षों पुराना इतिहास, भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट में हुआ ऐसा ऐतिहासिक पल जिसे कभी नहीं भूल पाएंगे

जसप्रीत बुमराह ने बदल दिया वर्षों पुराना इतिहास

भारत और ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट इतिहास में पहली बार दोनों टीमों की कप्तानी तेज गेंदबाजों ने की। भारतीय क्रिकेट में जसप्रीत बुमराह से पहले आखिरी पेस बॉलर कप्तान कपिल देव थे, जिन्होंने 1985-86 में टीम की अगुवाई की थी। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के किसी भी तेज गेंदबाज ने भारत के खिलाफ टेस्ट में कप्तानी नहीं की थी।

इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में भारतीय टीम का प्रदर्शन और पेस बॉलिंग का जादू देखकर यह साफ हो गया कि यह सीरीज क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद दिलचस्प होने वाली है।  सभी की नजरें अब अगले मैच पर हैं, जहां दोनों टीमें मैदान में एक बार फिर अपनी पूरी ताकत के साथ उतरेंगी।

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