शेर-ए-बांगला नेशनल स्टेडियम की पिच की खासियत यह है कि यह मैच के परिणाम पर काफी असर डालती है, खासकर बांगलादेश प्रीमियर लीग (BPL) के दौरान। यहां की पिच ज्यादातर स्पिनर्स और मीडियम पेसर्स के लिए अनुकूल होती है, जो धीमी गेंदों का सही तरीके से इस्तेमाल करते हैं। जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ता है, पिच पर थोड़ी ड्राईनेस और टू-पेस्ड (uneven) कंडीशन्स देखने को मिलती है, जो बैट्समैन के लिए चुनौती बन जाती है।
Shere Bangla National Stadium Pitch Report in Hindi
शुरुआत में पिच पर थोड़ी स्विंग और सीम मूवमेंट होती है, जो पेस बॉलर्स के लिए फायदेमंद हो सकती है। लेकिन जैसे-जैसे पिच पुरानी होती जाती है, स्पिनर्स को मदद मिलती है और बैट्समैन को रन बनाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। इसलिए, पहले बैटिंग करने वाली टीम के लिए एक अच्छी शुरुआत करना ज़रूरी है, क्योंकि बाद में पिच थोड़ी और चैलेंजिंग हो जाती है।
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मैच रिकॉर्ड्स और हाल की ट्रेंड्स
हाल ही में खेले गए मैचों में देखा गया है कि शेर-ए-बांगला स्टेडियम में पहले बैटिंग करने वाली टीम को थोड़ा फायदा मिलता है। यहां के पिछले मैचों में स्पिनर्स ने काफी विकेट निकाले हैं। अगर हम हाल के मैचों की बात करें, तो:
मैच की तारीख | पहले बैटिंग करते हुए टीम का स्कोर | दूसरी टीम का स्कोर | मैच का परिणाम |
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23 जनवरी | 161/9 (कोमला विक्टोरिया) | 162/2 (कोमला विक्टोरिया) | कोमला विक्टोरिया की जीत |
23 जनवरी | 120/8 (सिलहट स्टाइकर) | 125/6 (रंगपुर राइडर्स) | रंगपुर राइडर्स की जीत |
पहले बैटिंग एवरेज
इस पिच पर पहले बैटिंग करते हुए औसतन 151 रन का स्कोर बनता है, जबकि दूसरी इनिंग्स में बल्लेबाजी का एवरेज सिर्फ 17 रन तक घट जाता है, जो दिखाता है कि पिच बाद में काफी चैलेंजिंग हो जाती है।
मैच की टाइमिंग
यह मैच श्री बांगला नेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा और भारतीय समय के अनुसार मैच का स्टार्ट टाइम 1 बजे होगा। इस समय पिच पर हल्की नमी हो सकती है, लेकिन जैसे-जैसे दिन ढलता जाएगा, पिच की ड्राईनेस बढ़ेगी, जिससे स्पिनर्स को मदद मिल सकती है।पिछले कुछ मैचों में स्पिनर्स ने ज्यादा विकेट निकाले हैं, और यह ट्रेंड इस सीज़न भी जारी है। पेस बॉलर्स के लिए विकेट निकालना आसान नहीं होता, इसलिए स्पिनर्स को अपनी गेंदबाजी में सुधार करते हुए कड़ी मेहनत करनी होगी।
शेर-ए-बांगला स्टेडियम की पिच, जो समय के साथ स्पिनर्स और मीडियम पेसर्स के लिए मुश्किल होती जाती है। पहले बैटिंग करने वाली टीम को 150 से 160 रन का लक्ष्य अच्छा माना जा सकता है, लेकिन जैसे-जैसे पिच पुरानी होगी, बैट्समैन को रन बनाना और भी मुश्किल होगा।
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