सूर्यकुमार यादव का पहला इंटरव्यू जब उनसे बात किया गया तो क्या कुछ कहा है उन्होंने चलिए आपको बताते है | वर्ल्ड चैम्पियन सूर्यकुमार यादव ने कहा की बहुत अच्छा लगता है ये सब सुनकर की सोचा नही था की हम ने ये सफ़र सोचा था की ऐसी भी कोई स्टोरी बनेगी उस समय ये नही हो पाया था लेकिन कोई बात नही ऐसा होता है 6 महीने बाद ऐसा होना था तो हुआ
सूर्यकुमार यादव से पूछा
क्या आप जानते है की ऐसे समय में हम ये भी सोचते है की कही ना कही ऐसे मूमेंट में हमारी 1, 2 विकेट और ना गीर जाये तो सूर्यकुमार कहते है की देखिये बैक ऑफ था माईड हमें ऐसा लगता है की थोडा बहुत तो ऐसा चलता ही है दिम्माग में but ग्राउंड में जाने के बाद कोई प्लेयर शायद ही ऐसा सोचता होंगा शॉट मरुगा तो आउट हो सकता हु वो एक पोजीशन में आकर आउट होता है तो कोई बात नही होती है but फेयर ऑफ फेलियर ऐसा नही लगता की अब इस बार इस टीम में कोई नही था
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सूर्यकुमार यादव रोए है की नही रोए ?
अच्छा अब ये भी बता दीजिये की सभी खिलाड़ी मैदान में रोते दिख रहे थे तो क्या सूर्यकुमार यादव भी रोए है की नही ? सूर्यकुमार यादव ने कहा की मै अपनी पत्नी को गले लगाकर जोरो से रोया हु क्योकि आज भी याद है मुझे 2023 में जब मैच हुआ था उसके बाद जब सबकी पूरी फैमिली आई थी और उसके बाद सभी लोग बस में बैठ के जा ही रहे थे
ग्राउंड में यही सोच कर कि बस अब जाके ट्रॉफी को उठाना ही है ऐसा माहोल उस समय का बना हुआ था वो time पर but यह साल हमने टुर्नामेंट के स्टार्ट से ज्यादा कुछ बात ही नही की थी इस बार के टुर्नामेंट को लेकर एकदम रिलैक्स रखा था
कैच ने मैच को कैसे जिताया ?
कैच ने मैच को कैसे जिताया जब ये सवाल किया गया तो सुर्यकुमार कहते है की अबभी में यकीन नही हो रहा है की वो टूर्नामेंट हम जीत गए और सभी लोग यही बात करे है की वो कैच ही था जिसने मैच को जिताया ,लेकिन बस वो मूमेंट में जो 4 सेकेण्ड का time जो थे उसमे जो सही लगा वो किया और जो हुआ अच्छा भी हुआ उसके लिए हमने इतने प्रैक्टिस भी की थी ,
रोहित और विराट ने ऐसे मूमेंट में आकर गेम को छोडना ये भी बहुत मुस्किल होता है but बहुत बड़ी बात है और उन्होंने ये बात बहुत हाई में आकर कहा है हम सभी लोग यही कहा रखे थे की कोई बात नही अभी डेढ़ साल है उसके बाद 2 साल के बाद इंडिया में ही है वर्ल्ड कप तो सब यही बोल रहे थे की are ये सब बाते बही मर करो लेकिन उन्होंने शायद मन बना ही लिया था
किसी समय लगा की ये मैच गया हाथ से ?
किसी समय लगा की ये मैच गया हाथ से ? हां बहुत मूमेंट थे स्टार्ट में बैटिंग के time भी लग रखा था की इतना अच्छा विकेट है जैसी स्टार्ट मिलनी चाहिए वैसी नही मिल रही थी बिच में अच्छा हुआ फिनिस भी अच्छा हुआ है
फिर जैसे ही उनकी 2 विकेट गिरी तो ऐसा लगा की अब आ गया है गेम हाथ में धीरे धीरे but मेने ऐसा देखा की हमारे पास 8% या 7% win प्रेडिक्शन था जब लास्ट में मेने देखा वह से अब 24 बॉल में 26 रन चाहिए थे फिर जब बुमराह और अर्शदीप का वो ओवर और हार्दिक की वो बाल्लिंग की ही बताऊ कोई शब्द ही नही है |
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