Yuzvendra Chahal-Dhanashree Verma divorce: 4.75 करोड़ का गुजारा भत्ता! क्या ये सही है या बस एक नया ट्रेंड?

By vishal kawde

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Yuzvendra Chahal-Dhanashree Verma divorce: युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा की शादी एक समय क्रिकेट और एंटरटेनमेंट वर्ल्ड की सबसे चर्चित जोड़ियों में से एक थी। सोशल मीडिया पर इन दोनों की बॉन्डिंग और खूबसूरत पलों को फैंस काफी पसंद करते थे। लेकिन पिछले कुछ महीनों से इन दोनों के रिश्ते में खटास की खबरें लगातार सामने आ रही थीं। आखिरकार यह साफ हो गया कि दोनों अब एक-दूसरे से अलग हो रहे हैं और बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस तलाक को मंजूरी दे दी है। इस फैसले के तहत युजवेंद्र चहल को अपनी अलग हो चुकी पत्नी धनश्री वर्मा को गुजारा भत्ता के रूप में 4.75 करोड़ रुपये देने होंगे। यह खबर सामने आते ही सोशल मीडिया पर जमकर बहस छिड़ गई कि क्या यह फैसला सही है?

तलाक का पूरा मामला और कोर्ट का आदेश

चहल और धनश्री की शादी दिसंबर 2020 में हुई थी, लेकिन 2022 से ही दोनों के बीच अनबन की खबरें सामने आने लगीं। दोनों लंबे समय से अलग रह रहे थे और आखिरकार फरवरी 2025 में बांद्रा फैमिली कोर्ट में तलाक की याचिका दायर की गई। हाई कोर्ट ने कूलिंग पीरियड को माफ कर दिया, जिससे तलाक की प्रक्रिया जल्दी पूरी हो सके। हालांकि, यह फैसला इस शर्त के साथ आया कि चहल को धनश्री को 4.75 करोड़ रुपये देने होंगे।

अब इस फैसले पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या एक सेल्फ-मेड महिला, जो अपने करियर में सफल हो चुकी है, उसे इतनी बड़ी रकम मिलनी चाहिए? धनश्री एक सफल डांसर, यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं, जिनके पास पहले से ही अच्छी कमाई के साधन हैं। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि जब समाज में दहेज लेने को गलत माना जाता है, तो तलाक के बाद इतनी बड़ी रकम लेने को सही कैसे ठहराया जा सकता है?

क्या यह सिस्टम सही है?

समाज में यह मान्यता है कि महिलाओं को तलाक के बाद गुजारा भत्ता इसलिए दिया जाता है ताकि वे अपने जीवन को आर्थिक रूप से सुरक्षित रख सकें। यह बात तब सही लगती है जब कोई महिला आर्थिक रूप से निर्भर होती है और उसके पास कमाई का कोई जरिया नहीं होता। लेकिन धनश्री के मामले में ऐसा नहीं है। वे पहले से ही एक सफल सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं, जिनके लाखों फॉलोअर्स हैं और जो ब्रांड प्रमोशन से अच्छी खासी कमाई कर रही हैं।

Yuzvendra Chahal-Dhanashree Verma divorce: 4.75 करोड़ का गुजारा भत्ता! क्या ये सही है या बस एक नया ट्रेंड?

ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या सिर्फ महिला होने के नाते धनश्री को यह पैसा मिलना चाहिए? क्या यह भी एक तरह का अन्याय नहीं है? अगर समाज में पुरुषों को दहेज लेने पर अपराधी माना जाता है, तो तलाक के बाद इस तरह की बड़ी रकम लेना भी गलत होना चाहिए।

चहल पर इस फैसले का असर

युजवेंद्र चहल भारतीय क्रिकेट के एक शानदार खिलाड़ी हैं। उन्होंने कई सालों तक टीम इंडिया के लिए शानदार प्रदर्शन किया है और आईपीएल में भी उनका दबदबा कायम है। लेकिन इस पूरे मामले ने उनके निजी जीवन को प्रभावित किया है। 4.75 करोड़ रुपये कोई छोटी रकम नहीं होती, और यह रकम चहल के करियर पर भी असर डाल सकती है।

चहल इस समय आईपीएल 2025 की तैयारियों में जुटे हैं, लेकिन इस विवाद का उनके प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है। खिलाड़ी का मानसिक संतुलन ही उसके खेल को बेहतर बनाता है, और अगर वह निजी जीवन में परेशानियों से घिरा हो, तो इसका असर उसके खेल पर भी दिख सकता है।

यह मामला सिर्फ चहल और धनश्री का नहीं, बल्कि समाज के लिए एक अहम सवाल है। महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की बात करने वाले समाज में, सफल और आर्थिक रूप से सक्षम महिलाओं को गुजारा भत्ता क्यों दिया जाता है? क्या यह नया ट्रेंड बन रहा है कि शादी करो, तलाक लो और करोड़ों रुपये हासिल कर लो? अगर कोई महिला आर्थिक रूप से कमजोर है, तो उसे सपोर्ट मिलना चाहिए, लेकिन पहले से सफल महिलाओं को इतनी बड़ी रकम देना कहां तक सही है? समाज को इस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।

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